चंडीगढ़. बिजली का बिल ज्यादा चुकाने के लिए तैयार रहिए। शहर में बिजली
महंगी हो गई है। दरों में 9.52 से 10.52 फीसदी तक इजाफा हो गया है। नई दरें
1 मई से लागू मानी जाएंगी। जॉइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (जेईआरसी)
चेयरमैन से प्रशासन को दरें बढ़ाने की मंजूरी मिल गई है। इस संबंध में
ऑर्डर 7 मई को जारी हुआ।
होंगे तीन स्लैब बिजली के मौजूदा टैरिफ प्लान में दो स्लैब हैं। नई
प्लान में तीन स्लैब होंगे। तीसरी स्लैब 400 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च
करने पर लागू होगी। पहले 151 यूनिट से ऊपर बिजली खर्च करने पर दूसरा स्लैब
लागू होता था।
प्रशासन ने मांगी थी मंजूरी प्रशासन ने शहर में बिजली सप्लाई करने पर
सालाना 332.25 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा था। इसे कम करने के लिए प्रशासन
ने जॉइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (जेईआरसी) के पास 30 दिसंबर 2011
में याचिका दायर करके दरें बढ़ाने की मंजूरी मांगी थी।
याचिका में कहा गया था कि अप्रैल 2011 मे 16 से 30 फीसदी दरें बढ़ाए जाने
के बाद भी 2010-11 का घाटा 161.90 करोड़ रुपये रहा। बिजली खरीद के दाम
पिछले कई सालों से महंगे होने के कारण घाटा बढ़ रहा है। इसे बिजली दरें बढ़ाकर ही पूरा किया जा सकता है। इस पर जेईआरसी
चेयरमैन वीके गर्ग ने 5 मार्च को सेक्टर-19 स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ
इंजीनियरिंग में पब्लिक की राय भी सुनी थी।